दुनिया को समझने की जिज्ञासा इन्सान में आज भी है पहले भी थी और भविष्य में भी रहेंगी और यही बात चंद्रयान 3 के मिशन की भी है . हमारे वैज्ञानिक इस दुनिया में छुपे हुए रहस्यों पर से परदे उठाना चाहते है इसके लिए इसरो ने चंद्रयान को चाँद पर भेजा है . कल यानी 23 अगस्त का दिन भारत और दुनिया के इतिहास में एक हिस्ट्री बन गया है . जब कल लोग बच्चो से ये पूछेंगे की चाँद के दक्षिणी धुर्व पर सबसे पहले किसने कदम रखा तो लोग यही कहेंगे की भारत ने . आज तक चाँद के इस हिस्से में दुनिया का कोई भी देश कदम नहीं रख पाया है सिर्फ भारत ने कारनामा करके दिखाया है .
चंद्रयान करेंगा चाँद पर ख़ास खोजे
पहले ये कहा जाता था की चाँद पर दुसरे ग्रह के प्राणी रहते है और वो दुनिया का कोई भी मिशन सफल नहीं होने देते चाँद पर , लेकिन दोस्तों इस मामले में को भी सच्चाई नहीं है . चाँद के बारे में हमे बहुत कुछ पता है और जो नहीं पता है उसके लिए ये मिशन लांच किया गया है . अगर हमने चाँद को समझ लिया तो हम दोस्तों बहुत सी चीजों को समझ लेंगे जैसे की ये ब्रम्हांड कैसे बना .
चंद्रयान का ये भी लक्ष्य रहेंगा की चाँद की धरती पर पानी है या नहीं , क्योकि कुछ लोग कहते है की चाँद के दक्षिणी हिस्से में पानी बर्फ के रूप में जमा है . ये भी कहा जाता है की चाँद की मिटटी में कई प्रकार के खनिज है जिसके कारण ही बहुत देश चाँद पर जाना चाहते है ताकि उन पर पहले से कब्ज़ा किया जा सके .
चाँद पर मिल सकते है जीवन के सबूत
अगर हम आपसे ये पूछे की पृथ्वी का सबसे करीबी पड़ोसी कोनसा है तो जवाब होगा की चाँद , इसलिए हम इसके बारे में बहुत कुछ जानना चाहते है . पिछले कुछ दशको में दुनिया भर के देशो ने चाँद पर बहुत से मिशन भेजे है और उनके हाथ बहुत सी जानकारी भी मिली है . पहले लोग ये कहा करते थे की चाँद पर एलियन रहते है और चाँद कोई ग्रह नहीं है बल्कि ये यान है और इसको कही दूर से यहाँ लाया गया है . अब इसमें कितनी सच्चाई है ये तो खोजबीन करके ही पता चलेंगा की वहा क्या है .