इन 5 जगह पर घर बसाना करता है विनाश, चाणक्य बताते है बर्बादी की वजह

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Chanakya niti in hindi : दोस्तों चाणक्य एक ऐसे नीतिकार थे जिन्होंने अपनी नीतियों के बल पर चन्द्रगुप्त को मगध का सम्राट बनाया था. उन्होंने अपनी नीतियों में विवाह, धन, मित्र, शत्रु, व्यापार जैसी  सभी चीजो पर खुलकर बाते कही है.

उनकी नीतियाँ कहती है मनुष्य जीवन अनमोल है और अगर इसे सार्धक बनाये रखना है तो हमे चाणक्य की बताई गयी नीतियों का पालन जरुर करना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि मनुष्य को घर किन जगहों पर नही बनाना चाहिए. और इसमें 5 जगह ऐसी बताई गयी है जहाँ घर बनाने से आपका सर्वनाश हो सकता है.

 

  • सबसे पहले तो जहाँ लोक लाज का भय हो वहां कभी घर न बनाए. बल्कि ऐसी जगह पर घर बनाये जहाँ सामाजिक भाव सबसे उपर होता है और यहाँ घर बसाना सबसे अच्छा चाणक्य बताते है.
  • दूसरा जिस देश में आदर सम्मान नही है, आजीविका का कोई साधन नही है, कोई बन्धु रिश्तेदार नही है और गुणों की प्राप्ति की कोई सम्भावना न हो, वहां भी घर नही बसाना चाहिए.लेकिन जहाँ इसमें से कोई एक भी सम्भावना हो वहां घर बनाया जा सकता है.
  • जिस जगह पर वेद का ज्ञान रखने वाला ब्रम्हाण न हो, राजा न हो, नदी और वैध न हो वहां मनुष्य को एक दिन भी नही रुकना चाहिए.
  • चौथा जिस देश या जगह के लोगो में दान की भावना न हो, लोगो की भावनाओं को न समझे, ऐसी जगह भी घर बसाना चाणक्य निति में गलत बताया गया है. दान देने से पुण्य की प्राप्ति तो होती है साथ ही अंतरात्मा भी पवित्र होती है.
  • व्यक्ति को उस जगह पर रहना चाहिए जहाँ वो अपने स्वार्थ के लिए कोई कानून न तोड़ सके. उसे दुसरो के हित के लिए भी कार्य करते रहना चाहिए. जहाँ लोग मिल जुलकर रहते हो वहां घर बसाना उत्तम माना जाता है और जहाँ लोग झगड़ा, गाली गलौच करते है उस जगह से जितना दूर हो सके चले जाओ. वहां रुकना भी आपके लिए हानिकारक ही बताया गया है.