आखिर क्यों पेंसिल का इस्तेमाल नहीं होता अंतरिक्ष में, जानिए आखिर क्या कहता है विज्ञान

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यदि आपने आमिर खान की 3 ईडियट्स फिल्म देखी होगी, तो आपको याद होगा कि उसमें आमिर खान एक विद्यार्थी बने हुए है और एक वीडियो में आपने देखा होगा कि, आमिर खान के द्वारा कॉलेज के प्रिंसिपल से पूछा जाता है कि अंतरिक्ष में चलने वाला पेन अगर बनाया जाता है तो फिर पेंसिल का इस्तेमाल अंतरिक्ष में क्यों नहीं किया जाता है।

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उस समय इसका कोई भी जवाब प्रिंसिपल के द्वारा नहीं दिया गया था। हालांकि वह एक फ़िल्म थी परंतु क्या आपने खुद कभी सोचा है कि, आखिर अंतरिक्ष में पेंसिल का इस्तेमाल क्यों नहीं होता है। हमें पता है कि, आपको इसका जवाब पता नहीं होगा, परंतु अब अगर आप इस आर्टिकल पर आ ही गए हैं, तो यहां पर आपको बताया जाएगा कि, अंतरिक्ष में पेंसिल का इस्तेमाल क्यों नहीं होता।

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लोगों ने क्या दिया जवाब?

कोरा जैसे प्लेटफार्म पर उपरोक्त सवाल किसी यूज़र के द्वारा पूछा गया था और बहुत सारे यूजर के द्वारा सवाल का जवाब भी दिया गया था। एक यूजर अनुज कुमार जायसवाल के द्वारा कहा गया कि, 3 ईडियट फिल्म के अंदर यह बताया गया था कि, अंतरिक्ष में जीरो ग्रेविटी होती है और इसलिए अंतरिक्ष में सभी चीजे यहां वहां उड़ती रहती है।

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ऐसे में पेंसिल की नोक किसी की आंख में ना चुभ जाए, इसलिए वहां पर पेंसिल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसके अलावा नासा ने भी इस बात की पुष्टि करी हुई है कि, उन्हें पेंसिल के लिए एक ऑप्शन चाहिए होता था, क्योंकि पेंसिल की लीड सरलता से टूट सकती है और हवा में तैर सकती है, जिससे अंतरिक्ष यात्रा करने वाले यात्रियों और स्पेस यान पर सेंसिटिव इलेक्ट्रॉनिक के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है। बताना चाहते हैं कि अंतरिक्ष में जाने वाले यात्रियों के द्वारा भी साल 1969 से पेन का इस्तेमाल ही किया जा रहा है।

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क्या कहती है नासा की रिपोर्ट?

अभी तक आपने ऊपर लोगों के जवाब जाने। चलिए अब आपको भरोसेमंद सूत्रों से जानकारी देते हैं कि, आखिर उपरोक्त सवाल का असली जवाब क्या है। नासा की रिपोर्ट के अनुसार फिल्म के अंदर जो जानकारी दी गई थी, वह बिल्कुल सही जानकारी है। दरअसल नासा नहीं चाहता है कि, स्पेस में पेंसिल का इस्तेमाल हो, क्योंकि पेंसिल की लेड टूट कर किसी की भी आंख में लग सकती है या फिर किसी यंत्र में जाकर पेंसिल की नोक उसे खराब कर सकती है। यही कारण है कि, अंतरिक्ष यात्री भी आकाश में पेन का इस्तेमाल ही करते हैं, क्योंकि आसानी से जीरो ग्रेविटी में पेन का इस्तेमाल किया जा सकता है।