Diwali : दोस्तों दिवाली का त्यौहार आ रहा है और हर कोई इस त्यौहार के लिए अपनी तैयारी कर रहा है. दिवाली से पहले धनतेरस आता है और यह मानता है कि इस दिन करे हुए कुछ उपाय आपको अमीर बनने से नहीं रोक सकते. धनतेरस वाले दिन कुबेर देवता की पूजा होती है जो कि देवताओं का कोसा अध्यक्ष भी कहा जाता है. आपको बता दें कि कुबेर देवता के पीछे एक कहानी प्रचलित है जो इस प्रकार है. कुबेर देवता पिछले जन्म में कर थे और एक मंदिर में चोरी करने के इरादे से गए जब वाहन चोरी कर रहे थे तो वहां अंधेरा था. इसलिए वह रोशनी के लिए दीपक जला रहे थे लेकिन वह दीपक बार-बार बंद हो रहा था, लेकिन वह फिर से दीपक जला देते. उनकी इस लगन को देखकर भगवान शिव ने उन्हें देवताओं का कोषाध्यक्ष बनने का वरदान दिया.
दिवाली पर होती है 5 दिन पूजा
आपको तो पता ही है दिवाली के पास पांच त्यौहार पढ़ते हैं, पहला त्यौहार होता है धनतेरस का इस दिन लोग अपने घर में से पुरानी चीज निकल कर नई चीज लाते हैं. ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से आपके घर लक्ष्मी का वास होता है, इस दिन लोग अपने घर में बर्तन भी लाते हैं जो की समृद्धि का प्रतीक माना जाता है.
धनतेरस के अगले दिन आती है नरक चतुर्दशी इसमें लोग 12 दिया जलाते और भविष्य के निवेश करने के लिए कुछ योजना बनाते हैं. क्योंकि इस दिन बनाई योजना काफी ज्यादा फल प्रदान करती है.
दिवाली पर होता है लक्ष्मी का आगमन
नरक चतुर्दशी के अगले दिन दिवाली होती है जिस दिन लोग दिए जलाकर और एक दूसरे को मिठाई बताकर मनाते है . इसके बाद लोग पटाखे जलाकर इस त्यौहार का आनंद भी लेते हैं यह कहा जाता है कि इस दिन श्री राम अयोध्या में वापस आए थे तो लोगों ने दिए जलाकर उनका स्वागत किया था.
दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा और फिर उसके अगले दिन भैया दूज मनाई जाती है, इन त्योहारों के बाद हिंदू त्यौहार का सालाना अंत हो जाता है.