भगवान के होने का मिला प्रमाण इस डॉक्टर का वृन्दावन परिक्रमा से कैंसर हुआ ठीक

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Vrindavan : हम इस धरती पर रहते है और हमे कहा जाता है की कही कोई भगवान है , लेकिन आज का पढ़ा लिखा आदमी इसको मानने को तयार ही नहीं . लेकिन भक्ति में इतनी शक्ति होती है जिसका समय समय पर प्रमाण मिलता है , और कही ना कही कोई ऐसी शक्ति तो है ही जिसके कारण ये दुनिया चल रही है . ऐसा ही कुछ देखने को मिला वृन्दावन में जहा एक डॉक्टर ने जब परिक्रमा की तो उसका भयानक रोग ठीक हो गया . लोगो को इस बात पर विश्वाश नहीं होता लेकिन जो चमत्कार हुआ वो एक डॉक्टर के साथ हुआ इसलिए सब हैरान है .

 

वृन्दावन परिक्रमा से कैंसर हुआ ठीक

 

आज हम आपको जो घटना बताने जा रहे है वो आगरा के रहने वाले डॉक्टर डोरीलाल की है . आपको तो पता ही है की वृन्दावन योगिराज श्री कृषण और राधा जी का तप स्थल है . और यहाँ लोग अपने भगवान से जुड़े रहने के लिए आते है और वृन्दावन की परिक्रमा करते है . जब डॉक्टर डोरीलाल को ये पता लगा की उनको कैंसर है तो वो सब कुछ त्याग कर वृन्दावन आ गए . यहाँ आकर वो रोज वृन्दावन की परिक्रमा करने लगे , और आप जानकार हैरान होगे की भगवान ने उनका कैंसर ठीक कर दिया . उनको अब कोई बीमारी नहीं है और स्वस्थ जीवन जी रहे है .

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कैंसर का पता लगने पर भी नहीं करवाया इलाज

 

डॉक्टर डोरीलाल पेशे से एक आँखों के डॉक्टर थे जब उनको कोई दिक्कत होने लगी तो उन्होंने जाच करवाई तो उनको कैंसर निकला . ये पता लगने पर वो घर छोड़कर वृन्दावन आ गए और रोज 108 दंडवत करते हुए वृन्दावन की परिक्रमा करने लगे . उनकी उम्र 60 साल है इसलिए घरवालो ने उनको रोका लेकिन उन्होंने किसी का कहना नहीं माना . और अचानक से एक दिन उनका ये कैंसर का रोग अपने आप ठीक हो गया . अब वो रोज की 1008 परिक्रमा करते है और वो भी दंडवत ये एक बहुत ही मुश्किल परिक्रमा होती है जो की एक जवान आदमी के लिए भी करना बहुत मुश्किल होती है .

 

उनको ये परिक्रमा करने में पुरे सात साल लगेंगे , पहले जो उन्होंने परिक्रमा शुरू की थी वो तक़रीबन एक साल में पूरी हो गयी थी . इसको ही कहते है आस्था में शक्ति जिसका उदहारण है डॉक्टर डोरी लाल जिन्होंने भक्ति से अपने असाध्य रोग पर विजय प्राप्त कर ली .