बचपन से ही Narender Modi में थे महान बनने के गुण.. ट्रेन की टिकेट होने के बावजूद फर्श पर सो जाते थे

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Happy Birthday Narender Modi : हमारे देश में बहुत समय बाद एक ऐसे प्रधानमंत्री मिले है जिनका जीवन अपने लिए नहीं बल्कि देश के लोगो के लिए है . उस महान प्रधानमंत्री का नाम नरेंदर मोदी (Narender Modi ) है , इन्होने देश को एक अलग ही मुकाम पर पंहुचा दिया है . दोस्तों क्या आप जानते है आज हमारे प्रधानमंत्री जी का जन्म दिन है , आज के दिन यानी 17 सितम्बर 1950 को मोदी जा का जनम गुजरात के वाडनगर में हुआ था . नरेंदर मोदी जी के 6 भाई बहिन है और वो इन सबमे तीसरे स्थान पर आते है . आज के दिन मोदी जी 73 साल के हो गए है और उन्होंने जिंदगी में बहुत से बड़े बड़े काम किये है .

 

जब नरेंदर मोदी सो गए थे रेलगाड़ी के फर्श पर

आज आपको मोदी जी जुड़ा हुआ एक ऐसा किस्सा सुनायेंगे जिसको सुनकर आपको मोदी जी की महानता का अंदाजा लगा पाएंगे . ये किस्सा लीना सरमा ने एक अख़बार के इंटरव्यू के दौरान बताया जहा पर वो और उनकी सहेली लखनऊ से दिल्ली के सफर पर निकले .उनके पास ट्रेन का रिज़र्व श्रेणी का टिकेट था लेकिन उस गाडी में कुछ नेता था जिन्होंने उनकी सीट भी लीना और उसकी सहेली को नहीं दी थी . जिसके कारण लीना और उनकी सहेली का मूड बहुत ख़राब हो गया था , उनकी सहेली ने आगे के सफ़र के लिए अहमदाबाद जाना था .

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लेकिन वो अपने ट्रेन के इस एक्सपीरियंस को देख कर उन्होंने अपना आगे का सफ़र ट्रेन से ना करने की सोचा . लेकिन दबाव देने के बाद वो ट्रेन से जाने से तयार हो गयी वो और उनकी सहेली , लेकिन उन्होंने देखा की ट्रेन में उनकी सीट के पास दो और नेता बेठे थे . उनको देख कर लीना और उसकी सहेली बहुत डर गयी क्योकि उनका पुराना तजुर्बा बहुत ज्यादा ख़राब था .

 

लेकिन टिकेट कलेक्टर ने बताया की ये दोनों नेता बहुत ही अच्छे नेता है , और ये नेता और कोई नहीं बल्कि नरेंदर मोदी और शंकर सिंह वाघेला थे . जब सोने का समय आया तो मोदी जी ने और शंकर जी ने फर्श पर ही कपडा बिछा कर सो गए और अपनी सीट लीना और उनकी सहेली को दे दी . इतना ही नहीं बल्कि रात के खाने के पैसे भी नरेंदर मोदी जी ने अपनी ही जेब से दिए , ये देखकर लीना और उसकी सहेली की इज्ज़त मोदी जी के प्रति और भी ज्यादा बढ़ गयी थी .

 

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