आजकल एक बाबा काफी चर्चा में चल रहे हैं जिनका नाम है बाबा बागेश्वर वाले धीरेंद्र शास्त्री. उनके बारे में यह कहा जाता है कि वह बिना बताए लोगों की समस्या एक कागज पर लिख कर रख देते हैं. वह भीड़ में से किसी को भी उठाकर कहते हैं कि यह पर्चा तुम्हारा नाम का है कई बार होता भी ऐसा ही है. वह लोगों की समस्याएं लिखते भी हैं और उन समस्याओं का निदान भी करते हैं. लेकिन उनके दरबार में एक ऐसा मामला आया जिसको सही करते-करते उनके पसीने छूट गए.
जब बाबा को बताया एक आदमी ने झूठा
बाबा के दरबार में एक व्यक्ति आया हुआ था जिसका किसी मुस्लिम महिला के साथ प्रेम प्रसंग था. जब बाबा ने इसका पर्चा बनाया और कहा कि इस पर्चे को पढ़ो, तो वह पर्चा पढ़ने लगा उसमें लिखा था कि लव के कारण जिंदगी खराब होगी. लेकिन वह व्यक्ति कहने लगा कि इसमें लव शब्द कहीं भी नहीं लिखा है. बाबा ने वह पर्चा उसको बार-बार देखने को कहा लेकिन वह इस बात को मानने से तैयार ही नहीं था कि इसमें लव शब्द कहीं लिखा हुआ है. उसने कहा की भीड़ में से किसी को भी बुलाकर पूछ लीजिए कि इसमें लव शब्द है या नहीं.
आखिर में बुलाया उस आदमी की माँ को
बहुत लोगों ने वह पर्चा पड़ा और कहा कि बाबा ने जो उसने लिखा है वह वही बोल रहे हैं, और इसमें यह लव शब्द भी लिखा हुआ है. उसने बाबा को इतना तक कह दिया कि यहां पर जितने भी आदमी बैठे हुए हैं वह सब आपके खरीदे हुए आदमी हैं. फिर बाबा ने कहां चलो आप अपनी मां को बुलाओ जब उसकी मां आई तो उसने भी वही बात की जो बाबा का रहे थे. आखरी में वह बाबा की बात करने को तैयार हो गया कि जो आपने लिखा है वही सही है. लेकिन इस सब काम में बागेश्वर बाबा के पसीने छूट गए.