हिमाचल प्रदेश में ऐसे बहुत सारे मंदिर हैं, जो अपने चमत्कार के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है और विज्ञान के लिए चुनौती बने हुए हैं। हिमाचल प्रदेश में एक ऐसा मंदिर भी मौजूद है जहां पर फर्श पर सोने से संतान सुख की प्राप्ति हो जाती है। यह जमीन हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के लड़भड़ोल स्थित सिमस गांव में मौजूद है।
यह मंदिर शारदा माता का मंदिर है, जहां पर नवरात्रों के समय में तगड़ी भीड़ लगती है। माता शारदा के द्वारा सदियों से श्रद्धालुओं की कामना को पूरा किया जा रहा है। ऐसी भी मानता है कि, यहां पर जो भी महिला आती है, उसे संतान सुख की प्राप्ति अवश्य होती है। हालांकि ऐसी महिलाएं जिनके नसीब में संतान सुख नहीं होता है उन्हें भी माताजी के द्वारा घरेलू कामों का आदेश देकर यह संकेत दे दिया जाता है कि उनके नसीब में संतान सुख की प्राप्ति नहीं है।
माता जी के दरबार में गुरुवार को आठवें नवरात्र के दिन संतान प्राप्ति के लिए सैकड़ो की संख्या में दंपति पहुंचते हैं और अपनी-अपने मनोकामना व्यक्त करते हैं। बताना चाहते हैं कि, माता शारदा को संतान दात्री के तौर पर भी जाना जाता है। संतान प्राप्ति के लिए इस मंदिर में जमीन पर महिलाएं सोती है, जिसे धरना कहा जाता है।
धरना में माता किसी भी रूप में सपने में आती है और महिला श्रद्धालुओं को फल के रूप में संतान का आशीर्वाद प्रदान करती है। यहां पर महिलाओं को धरना करने से पहले मंदिर के पास में ही मौजूद पानी से स्नान करने की आवश्यकता होती है। स्नान करने के पश्चात महिलाएं मंदिर में सोने के लिए जाती है।
अगर किसी महिला की जिंदगी में संतान सुख नहीं होता है, तो माताजी के द्वारा उसे घर जाकर काम करने का संकेत दे दिया जाता है। नवरात्रि के मौके पर यहां पर पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड से बड़ी भीड़ आती है। अभी तक माताजी ने कई महिलाओं की झोली भर दी है और उन्हें संतान सुख प्रदान किया है।