क्योकि हमारे बड़े बुजुर्ग ये कहा करते थे की मांग में सिन्दूर लगाने से पति की लम्बी उम्र होती है . लेकिन दोस्तों आपको एक बात जानकार हैरानी होगी की किन्नर भी अपने मांग में सिन्दूर लगाते है , लेकिन इस बात का किसी को नहीं पता की जब उनकी शादी नहीं होती तो किसकी मांग का सिन्दूर लगाती है . तो आज हम इस राज से पर्दा उठाएंगे की आखिर वो किसके लिए अपनी मांग में सिन्दूर लगाती है .
किन्नर क्यों लगाती है अपनी मांग में सिन्दूर
दोस्तों वैसे तो किन्नर को समाज अपनाने से इंकार करता है इसलिए वो अपने किन्नर समाज में चली जाती है . वहा जाकर उनका बहुत ही ज्यादा स्वागत होता है और नाच गाने के साथ उनको किन्नर समाज में एंट्री मिलती है . यही नहीं उस किन्नर को वो एक दुल्हन की तरह सजाते है और उनकी मांग में सिन्दूर भी भरते है . इसका मतलब ये होता ही की अब उस किन्नर की अपने समाज के लोगो के साथ शादी होती है .
किन्नर का संस्कार भी रात में होता है
किन्नर की हर परम्परा कुछ अलग होती है यानी की उनके सब रीती रिवाज समाज के रीती रिवाजो से कुछ अलग ही होते है . जब कोई किन्नर मरता है तो उसको रात के समय शमशान में ले जाया जाता है और उसके शव पर जूते और चप्पल मारे जाते है . इसका ये कारण होता है की अब अगले जनम में किन्नर बन कर मत पैदा होना क्योकि उनका जीवन काफी ज्यादा मुश्किल होता है .