Tetrapods Beach : दोस्तों हर किसी को समुद्र के किनारे घूमने का शौक होता है क्योंकि समुद्र को देखकर लोग बहुत ज्यादा रोमांटिक हो जाते हैं. आप कभी मुंबई गए होंगे और वहां जाकर आप मरीन ड्राइव पर घूम होंगे तो आपको एक अलग ही फिल मिलेगी. आपने देखा होगा कि समुद्र किनारे लोग बहुत ज्यादा घूमने जाते हैं क्योंकि वहां लोगों का मन समुद्र देखकर शांत हो जाता है. लेकिन कभी अगर आप समुद्र किनारे घूमे होंगे तो वहां पर अपने किनारो पर बहुत सारे पत्थर देखे होंगे, उन्हें देखकर आपके मन में एक प्रशन जरूर आया होगा कि समुद्र का किनारे इन पत्थर का क्या काम है.
समुन्द्र किनारे पत्थरों का होता है ये काम
आपको बता दे की मुंबई का मरीन ड्राइव आज से 100 साल पहले बनाया गया था, उसके किनारे बहुत ज्यादा खूबसूरत लाइट लगी हुई है. जिन्हें देखकर यहां का नजारा कुछ अलग ही हो जाता है जब यहां लोग घूमने जाते हैं तो वहां किनारो पर कुछ पत्थर रखे होते हैं. तो लोग उन पत्थर पर बैठकर कुछ समय समुद्र के किनारे बिताते हैं. लेकिन दोस्तों यह पत्थर मानव द्वारा बनाए गए थे और समुद्र के किनारे डाले गए थे यह लोगों के बैठने के लिए नहीं बल्कि और किसी काम के लिए बनाए गए थे.
यह है असली कारण समुद्र के किनारे पत्थर रखने का
मरीन ड्राइव पर इस इन पत्थरों को 90 के दशक में लेकर आया गया था इनका मकसद शहर को समुद्र की लहरों से बचाना था. पहले इन पत्थरों का इस्तेमाल दूसरे देशों में होता था आपको जानकर हैरानी होगी कि एक पत्थर का वजन 8 से 10 किवंटल के करीब होता है. जब समुद्र की तेज लहरों से कंपन उत्पन्न होता है तो यह उसे कंपन को अपने में समा लेते हैं जिस शहर वासियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आती है.इसलिए इन पत्थरों को समुन्द्र किनारे रखा जाता है ताकि समुन्द्र की लहरों से बचाव हो सके .